September 29, 2013

अल्विदा

मुस्कुराते रह गये हम, जब उन्होने अल्विदा कहा
इक चोट पड़ी दिल पे, पर दिल झेल गया
कि आगे और भी पड़ाव आयेंगे, दिल लुटाने के
कश्ती अभी नदिया में उतरी ही है...

1 comment:

  1. इस "कश्ती" को कोई और "पड़ाव" मिला या नहीं ?

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